Thursday, June 1, 2017

भाग-1
सबसे अंधकार समय में 🇮🇳 (भाग-1) / किरण

तुम्हें समझना चाहिए था
लेकिन तुम नहीं समझे
और तोड़ बैठे
शब्दों को आवाज़ों में
विभिन्न आवाजो को तुमने सुना
फिर उन्हें जोड़ा
तुम्हें लगा
खून देकर तुम्हें आज़ादी मिल गई
इसलिए तुम आवाजों को जोड़ने का
कौशल दिखा सकते हो
और तुमने उस रात दिखाया
ये जागरूकता कौशल था
ध्वनि जागरूकता
तुमने ध्वनि का परावर्तन किया
लेकिन तुम भूल गये
सुपरनोवा समाज से
बच पाना इतना आसान नहीं
तुम नहीं बचे
तुम्हें बचना ही नहीं था
सदियों से नीव में दबे
तुम भूल गये थे
तुम्हारे वर्ग ने अपना खून दे
आज़ादी किसी और वर्ग को दी थी
जिन्होंने तुम्हारी सारी संभावनाओं को
बीच चौराह मार गिराया
लेकिन फिर भी तुमने बचा लिया
उन ध्वनि तरंगों को
जो किलोहार्ट्स पर न सही
हार्ट्स पर चली
तुम्हारे जाने के बाद,
हालांकि उन्हें चलना था
तुम्हारे रहते हुये
तुम जैसो के कारण
ध्वनि तरंगे अब
हो कर आज़ाद
कर रही है यात्रा आगे की।

#रवींद्ररिक्शाचालकदिल्ली

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